कक्षा 6 से 8 के विद्यार्थियों ने अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन लघु नाटिका प्रतियोगिता के माध्यम से किया, वहीं कक्षा 9 से 12 के विद्यार्थियों ने अपनी सृजनशीलता और विनोदप्रियता का परिचय हास्य कवि सम्मेलन में दिया।
सभी प्रस्तुतियाँ न केवल रचनात्मक और मौलिक रहीं, बल्कि उन्होंने विद्यार्थियों की कल्पनाशक्ति और गहन चिंतन को भी उजागर किया।
इस वर्ष प्रतियोगिता का विषय था –
“परिवर्तन : बदलाव के रंग”
जिसके अंतर्गत शिक्षा, तकनीक, भ्रष्टाचार और पर्यावरण जैसे समकालीन एवं गम्भीर मुद्दों को विद्यार्थियों ने बड़े ही सहज, रोचक और विचारोत्तेजक ढंग से प्रस्तुत किया।
कार्यक्रम ने यह सन्देश दिया कि भाषा केवल संवाद का माध्यम ही नहीं, बल्कि परिवर्तन की वाहक और समाज को दिशा देने वाली शक्ति भी है।
