कक्षा 9 से 12 के विद्यार्थियों ने हास्य कवि सम्मेलन के माध्यम से अपनी मौलिकता और रचनात्मकता का प्रदर्शन किया। प्रतियोगिता का विषय था ‘परिवर्तन: बदलाव के रंग’।
छात्रों ने हास्य और व्यंग्य के जरिए समाज के विभिन्न पहलुओं को प्रस्तुत किया। उनकी कविताओं ने न केवल सभी को हँसी से भर दिया बल्कि यह भी सोचने पर मजबूर किया कि बदलाव जीवन और समाज को किस तरह नए आयाम देता है। इस प्रतियोगिता ने विद्यार्थियों की भाषा-प्रेम और सृजनशीलता को उजागर किया।
